UP election k baad Ajam khan ki bhainson ka phla exclusive interview
यूपी के चुनावो में मिली हार से सभी सपाइन दुखी हैं मगर क्या आपको पता है सबसे ज्यादा खुश कौन है ,बीजेपी वाले जी नहीं , सबसे ज्यादा खुश पूर्व मंत्री आजम खान की भैंसे हैं। हमारे सम्वाददाता पोपटलाल जीखुद उन भैंसों से मिलने गए , पढ़िए उनका इंटरव्यू
पोपटलाल -हमारे सूत्रों से पता चला हैं आप चुनाव परिणामो से खुश हैं
भैंस- अजी हम भी दुखी हैं पर हमारे खुश होने की वजह ये नहीं है , हम तो इसलिए खुश हैं की अब हमारे मालिक अब हमे कुछ वक़्त दे पाएंगे, पिछले पांच सालों से हम मालिक के हाथ से चारा खाने क लिए तरस गए थे , अब जाके हमे उनके हाथ से खाने को मिला बहुत ही पशु प्रेमी हैं हमारे मालिक सुना हैं की PETA वाले भी उन्हें इस साल का बेस्ट animal lover का ख़िताब दे रहें हैं , आखिर PETA वालों को हमारे मालिक के पशु प्रेम का ज्ञान हो ही गया , कुछ सदस्यों का मानना है की वो हमरे वजह से ही चुनाव हारे हैं , अब आप ही बताओ कितना प्यार हैं हमसे ,हमरी वजह से चुनाव हार गए। भला आजकल कोई करता है ऐसा।
पोपटलाल – आपका मतलब हैं आप पर ज्यादा ध्यान देने की वजह हारे हैं चुनाव और अभी कह रही थी की आपके लिए टाइम नहीं निकाल पाते
भैंस – तुम पत्तरकार इसी वजह से गाली खाते हो वो हमे प्यार करते हैं इसकी वजह से वो चुनाव थोड़े ना हारे वो तो कुछ लोगो को पसंद नहीं आया की वो हमारे इत्ती देखभाल, हमारी सिक्योरिटी में दो ठो आईपीएस रहते हैं , ये इंसान भी ना जलते हमसे, जब हमारे कुछ डौगी भाई मालिकों के साथ गाडी में चलते हैं तो सबसे ज्यादा इनकी ही जलती है अब बताओ कुत्तों से क्या रश्क़ खाना , अब हम ही को ले लो हमरे लिए कित्ती पुलिस फोर्स लगा दी थी मंत्री जी ने , कभी आम आदमी के लिए लगी पुलिस , अब आम आदमी को समझ जाना चाहिए आम , आम होता है चूसने क यूपी के चुनावो में मिली हार से सभी सपाइन दुखी हैं मगर क्या आपको पता है सबसे ज्यादा खुश कौन है ,बीजेपी वाले जी नहीं , सबसे ज्यादा खुश पूर्व मंत्री आजम खान की भैंसे हैं। हमारे सम्वाददाता पोपटलाल जी खुद उन भैंसों से मिलने गए , पढ़िए उनका इंटरव्यू
पोपटलाल -हमारे सूत्रों से पता चला हैं आप चुनाव परिणामो से खुश हैं
भैंस- अजी हम भी दुखी हैं पर हमारे खुश होने की वजह ये नहीं है , हम तो इसलिए खुश हैं की अब हमारे मालिक अब हमे कुछ वक़्त दे पाएंगे, पिछले पांच सालों से हम मालिक के हाथ से चारा खाने क लिए तरस गए थे , अब जाके हमे उनके हाथ से खाने को मिला बहुत ही पशु प्रेमी हैं हमारे मालिक सुना हैं की PETA वाले भी उन्हें इस साल का बेस्ट animal lover का ख़िताब दे रहें हैं , आखिर PETA वालों को हमारे मालिक के पशु प्रेम का ज्ञान हो ही गया , कुछ सदस्यों का मानना है की वो हमरे वजह से ही चुनाव हारे हैं , अब आप ही बताओ कितना प्यार हैं हमसे ,हमरी वजह से चुनाव हार गए। भला आजकल कोई करता है ऐसा।
पोपटलाल – आपका मतलब हैं आप पर ज्यादा ध्यान देने की वजह हारे हैं चुनाव और अभी कह रही थी की आपके लिए टाइम नहीं निकाल पाते
भैंस – तुम पत्तरकार इसी वजह से गाली खाते हो वो हमे प्यार करते हैं इसकी वजह से वो चुनाव थोड़े ना हारे वो तो कुछ लोगो को पसंद नहीं आया की वो हमारे इत्ती देखभाल, हमारी सिक्योरिटी में दो ठो आईपीएस रहते हैं , ये इंसान भी ना जलते हमसे, जब हमारे कुछ डौगी भाई मालिकों के साथ गाडी में चलते हैं तो सबसे ज्यादा इनकी ही जलती है अब बताओ कुत्तों से क्या रश्क़ खाना , अब हम ही को ले लो हमरे लिए कित्ती पुलिस फोर्स लगा दी थी मंत्री जी ने , कभी आम आदमी के लिए लगी पुलिस , अब आम आदमी को समझ जाना चाहिए आम , आम होता है चूसने क लिए बना हैं और खास से तुलना ना करे चाहे वो भैंस हो या नेता
पोपटलाल -तो ! ख़ास भैंस जी , आपने आजम जी को खूब लाड़ किया होगा। उनकी सरकार जो हार गयी है भैंस – उस दिन तो हम , साहब को सांत्वना देने के लिए सारी भैंसिया दुइ दुइ लीटर दूध एक्सट्रा दी वो भी लौ फैट वाला।
पोपटलाल – जी आप से मिलकर बहुत अच्छा लगा जी , ई आपका तबेला बहुत ही सुन्दर हैं जी लगता है दूर से खाश भैंसो का है जी , चलता हूँ जी
भैंस – हाँ जाओ जाओ पर तुम मुझ अंदर घुसे थे तभी पता लग गया हवेली से आये हो ना इसलिए हमने सारी जवान भैंसों को चरने भेज दिया , हवेली वालों का खौफ बहुत ज्यादा है , तुम तो कुछ ज्यादा ही , कब से तरस रहे हो, कब हो रही पोपटलाल तुम्हारी शादी
पोपटलाल – जी अब क्या कंहू सलमान करता नहीं और मेरी होती नहीं।
लिए बना हैं और खास से तुलना ना करे चाहे वो भैंस हो या नेता
पोपटलाल -तो ! ख़ास भैंस जी , आपने आजम जी को खूब लाड़ किया होगा। उनकी सरकार जो हार गयी है भैंस – उस दिन तो हम , साहब को सांत्वना देने के लिए सारी भैंसिया दुइ दुइ लीटर दूध एक्सट्रा दी वो भी लौ फैट वाला।
पोपटलाल – जी आप से मिलकर बहुत अच्छा लगा जी , ई आपका तबेला बहुत ही सुन्दर हैं जी लगता है दूर से खाश भैंसो का है जी , चलता हूँ जी
भैंस – हाँ जाओ जाओ पर तुम मुझ अंदर घुसे थे तभी पता लग गया हवेली से आये हो ना इसलिए हमने सारी जवान भैंसों को चरने भेज दिया , हवेली वालों का खौफ बहुत ज्यादा है , तुम तो कुछ ज्यादा ही , कब से तरस रहे हो, कब हो रही पोपटलाल तुम्हारी शादी
पोपटलाल – जी अब क्या कंहू सलमान करता नहीं और मेरी होती नहीं।
Very good specially pattarkar word